बोधिचर्यावतारः — 10.13
Original
Segmented
आयात आयात शीघ्रम् भयम् अपनयत भ्रातरो जीविताः स्मः सम्प्राप्तः नः एष ज्वलत्-अभय-करः को ऽपि चीरी कुमारः सर्वम् यस्य अनुभावात् व्यसनम् अपगतम् प्रीति-वेगासः प्रवृत्ताः जातम् संबोधि-चित्तम् सकल-जन-परित्राण-माता दया च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आयात | आया | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
| आयात | आया | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
| शीघ्रम् | शीघ्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| भयम् | भय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अपनयत | अपनी | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
| भ्रातरो | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=8,n=p |
| जीविताः | जीव् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| स्मः | अस् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
| सम्प्राप्तः | सम्प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ज्वलत् | ज्वल् | pos=va,comp=y,f=part |
| अभय | अभय | pos=n,comp=y |
| करः | कर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| चीरी | चीरिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| कुमारः | कुमार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अनुभावात् | अनुभाव | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| व्यसनम् | व्यसन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अपगतम् | अपगम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| प्रीति | प्रीति | pos=n,comp=y |
| वेगासः | वेग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| प्रवृत्ताः | प्रवृत् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| जातम् | जन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| संबोधि | सम्बोधि | pos=n,comp=y |
| चित्तम् | चित्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सकल | सकल | pos=a,comp=y |
| जन | जन | pos=n,comp=y |
| परित्राण | परित्राण | pos=n,comp=y |
| माता | मातृ | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| दया | दया | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |