बोधिचर्यावतारः — 2.17
Original
Segmented
रत्नप्रदीपान् च निवेदयामि सुवर्णपद्मेषु गन्ध-उपलिप्तेषु च कुट्टिमेषु किरामि पुष्प-प्रकरान् मनोज्ञान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रत्नप्रदीपान् | रत्नप्रदीप | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| निवेदयामि | निवेदय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| सुवर्णपद्मेषु | सुवर्णपद्म | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| गन्ध | गन्ध | pos=n,comp=y |
| उपलिप्तेषु | उपलिप् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| कुट्टिमेषु | कुट्टिम | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| किरामि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| पुष्प | पुष्प | pos=n,comp=y |
| प्रकरान् | प्रकर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| मनोज्ञान् | मनोज्ञ | pos=a,g=m,c=2,n=p |