बोधिचर्यावतारः — 4.47
Original
Segmented
न क्लेशा विषयेषु न इन्द्रिय-गणे न अपि अन्तराले स्थिता न अतस् अन्यत्र कुह स्थिताः पुनः इमे मथ्नन्ति कृत्स्नम् जगत् माया एव इयम् अतस् विमुञ्च हृदय-त्रासम् भजस्व उद्यमम् प्रज्ञा-अर्थम् किम् अकाण्डः एव नरकेषु आत्मानम् आबाधसे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| क्लेशा | क्लेश | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| विषयेषु | विषय | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| न | न | pos=i |
| इन्द्रिय | इन्द्रिय | pos=n,comp=y |
| गणे | गण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| न | न | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| अन्तराले | अन्तराल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| स्थिता | स्था | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| न | न | pos=i |
| अतस् | अतस् | pos=i |
| अन्यत्र | अन्यत्र | pos=i |
| कुह | कुह | pos=i |
| स्थिताः | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| इमे | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| मथ्नन्ति | मथ् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| कृत्स्नम् | कृत्स्न | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| माया | माया | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अतस् | अतस् | pos=i |
| विमुञ्च | विमुच् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| हृदय | हृदय | pos=n,comp=y |
| त्रासम् | त्रास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| भजस्व | भज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| उद्यमम् | उद्यम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रज्ञा | प्रज्ञा | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अकाण्डः | अकाण्ड | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| नरकेषु | नरक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आबाधसे | आबाध् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |