बोधिचर्यावतारः — 5.12
Original
Segmented
कियतो मारयिष्यामि दुर्जनान् गगन-उपमान् मारिते क्रोध-चित्ते तु मारिताः सर्व-शत्रवः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कियतो | कियत् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| मारयिष्यामि | मारय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| दुर्जनान् | दुर्जन | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| गगन | गगन | pos=n,comp=y |
| उपमान् | उपम | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| मारिते | मारय् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
| चित्ते | चित्त | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| मारिताः | मारय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| शत्रवः | शत्रु | pos=n,g=m,c=1,n=p |