बोधिचर्यावतारः — 5.59
Original
Segmented
गृध्रैः आमिष-संगृद्धैः कृष्यमाण इतस्ततः न करोति अन्यथा कायः कस्मात् अत्र प्रतिक्रियाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गृध्रैः | गृध्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| आमिष | आमिष | pos=n,comp=y |
| संगृद्धैः | संगृध् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| कृष्यमाण | कृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| इतस्ततः | इतस्ततस् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| करोति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अन्यथा | अन्यथा | pos=i |
| कायः | काय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कस्मात् | क | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| प्रतिक्रियाम् | प्रतिक्रिया | pos=n,g=f,c=2,n=s |