बोधिचर्यावतारः — 6.113
Original
Segmented
सत्त्वेभ्यः च जिनेभ्यः च बुद्ध-धर्म-आगमे समे जिनेषु गौरवम् यद्वन् न सत्त्वेषु इति कः क्रमः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सत्त्वेभ्यः | सत्त्व | pos=n,g=m,c=4,n=p |
| च | च | pos=i |
| जिनेभ्यः | जिन | pos=n,g=m,c=4,n=p |
| च | च | pos=i |
| बुद्ध | बुद्ध | pos=n,comp=y |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| आगमे | आगम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| समे | सम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| जिनेषु | जिन | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| गौरवम् | गौरव | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यद्वन् | यद्वत् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| सत्त्वेषु | सत्त्व | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| इति | इति | pos=i |
| कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| क्रमः | क्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |