बोधिचर्यावतारः — 8.109
Original
Segmented
अतः परार्थम् कृत्वा अपि न मदो न च विस्मयः न विपाक-फल-आकाङ्क्षा परार्थ-एकान्त-तृष्णया
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अतः | अतस् | pos=i |
| परार्थम् | परार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| अपि | अपि | pos=i |
| न | न | pos=i |
| मदो | मद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| विस्मयः | विस्मय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| विपाक | विपाक | pos=n,comp=y |
| फल | फल | pos=n,comp=y |
| आकाङ्क्षा | आकाङ्क्षा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| परार्थ | परार्थ | pos=n,comp=y |
| एकान्त | एकान्त | pos=n,comp=y |
| तृष्णया | तृष्णा | pos=n,g=f,c=3,n=s |