बोधिचर्यावतारः — 8.148
Original
Segmented
अपि सर्वत्र मे लोके भवेयुः प्रकटाः गुणाः अपि नाम गुणा ये ऽस्य न श्रोष्यन्ति अपि केचन
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अपि | अपि | pos=i |
| सर्वत्र | सर्वत्र | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| भवेयुः | भू | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| प्रकटाः | प्रकट | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| गुणाः | गुण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| नाम | नाम | pos=i |
| गुणा | गुण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऽस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| न | न | pos=i |
| श्रोष्यन्ति | श्रु | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
| अपि | अपि | pos=i |
| केचन | कश्चन | pos=n,g=m,c=1,n=p |