किरातार्जुनीयम् — 10.37
Original
Segmented
बलवद् अपि बलम् मिथस् विरोधि प्रभवति न एव विपक्ष-निर्जयाय भुवन-परिभवी न यत् तदानीम् तम् ऋतु-गणः क्षणम् उन्मनीचकार
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| बलवद् | बलवत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| बलम् | बल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मिथस् | मिथस् | pos=i |
| विरोधि | विरोधिन् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| प्रभवति | प्रभू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| विपक्ष | विपक्ष | pos=n,comp=y |
| निर्जयाय | निर्जय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| भुवन | भुवन | pos=n,comp=y |
| परिभवी | परिभविन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| यत् | यत् | pos=i |
| तदानीम् | तदानीम् | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ऋतु | ऋतु | pos=n,comp=y |
| गणः | गण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| क्षणम् | क्षण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उन्मनीचकार | उन्मनीकृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |