किरातार्जुनीयम् — 13.44
Original
Segmented
तिष्ठताम् तपसि पुण्यम् आसजन् सम्पदो ऽनुगुणयन् सुख-एषिणाम् योगिनाम् परिणमन् विमुक्तये केन न अस्तु विनयः सताम् प्रियः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तिष्ठताम् | स्था | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| तपसि | तपस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| पुण्यम् | पुण्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| आसजन् | आसञ्ज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| सम्पदो | सम्पद् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| ऽनुगुणयन् | अनुगुणय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| सुख | सुख | pos=n,comp=y |
| एषिणाम् | एषिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| योगिनाम् | योगिन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| परिणमन् | परिणम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| विमुक्तये | विमुक्ति | pos=n,g=f,c=4,n=s |
| केन | केन | pos=i |
| न | न | pos=i |
| अस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| विनयः | विनय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सताम् | सत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| प्रियः | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=s |