किरातार्जुनीयम् — 14.21
Original
Segmented
सखा स युक्तः कथितः कथम् त्वया यदृच्छया असूयति यस् तपस्यते गुण-अर्जन-उच्छ्राय-विरुद्ध-बुद्धयः प्रकृति-अमित्राः हि सताम् असाधवः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सखा | सखि | pos=n,g=,c=1,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| युक्तः | युज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| कथितः | कथय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| यदृच्छया | यदृच्छा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| असूयति | असूय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यस् | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तपस्यते | तपस्य् | pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part |
| गुण | गुण | pos=n,comp=y |
| अर्जन | अर्जन | pos=n,comp=y |
| उच्छ्राय | उच्छ्राय | pos=n,comp=y |
| विरुद्ध | विरुध् | pos=va,comp=y,f=part |
| बुद्धयः | बुद्धि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| प्रकृति | प्रकृति | pos=n,comp=y |
| अमित्राः | अमित्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| सताम् | सत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| असाधवः | असाधु | pos=a,g=m,c=1,n=p |