किरातार्जुनीयम् — 16.41
Original
Segmented
आक्षिप्त-सम्पातम् अपेत-शोभम् उद्वह्नि धूम-आकुल-दिः-विभागम् वृतम् नभो भोगि-कुलैः अवस्थाम् पर-उपरुद्धस्य पुरस्य भेजे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आक्षिप्त | आक्षिप् | pos=va,comp=y,f=part |
| सम्पातम् | सम्पात | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अपेत | अपे | pos=va,comp=y,f=part |
| शोभम् | शोभा | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उद्वह्नि | उद्वह्नि | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| धूम | धूम | pos=n,comp=y |
| आकुल | आकुल | pos=a,comp=y |
| दिः | दिश् | pos=n,comp=y |
| विभागम् | विभाग | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| वृतम् | वृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| नभो | नभस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भोगि | भोगिन् | pos=n,comp=y |
| कुलैः | कुल | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| अवस्थाम् | अवस्था | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| पर | पर | pos=n,comp=y |
| उपरुद्धस्य | उपरुध् | pos=va,g=n,c=6,n=s,f=part |
| पुरस्य | पुर | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| भेजे | भज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |