किरातार्जुनीयम् — 16.58
Original
Segmented
स्व-केतुभिः पाण्डुर-नील-पाटलैः समागताः शक्रधनुस्-प्रभा-भिद् अ संस्थिताम् आदधिरे विभावसोः विचित्र-चीन-अंशुक-चारु-ताम् त्विषः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| केतुभिः | केतु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| पाण्डुर | पाण्डुर | pos=a,comp=y |
| नील | नील | pos=a,comp=y |
| पाटलैः | पाटल | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| समागताः | समागम् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| शक्रधनुस् | शक्रधनुस् | pos=n,comp=y |
| प्रभा | प्रभा | pos=n,comp=y |
| भिद् | भिद् | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| अ | अ | pos=i |
| संस्थिताम् | संस्था | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| आदधिरे | आधा | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| विभावसोः | विभावसु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| विचित्र | विचित्र | pos=a,comp=y |
| चीन | चीन | pos=n,comp=y |
| अंशुक | अंशुक | pos=n,comp=y |
| चारु | चारु | pos=a,comp=y |
| ताम् | ता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| त्विषः | त्विष् | pos=n,g=f,c=1,n=p |