किरातार्जुनीयम् — 17.46
Original
Segmented
विबोधितस्य ध्वनिना घनानाम् हरेः अपेतस्य च शैल-रन्ध्रात् निरस्त-धूमस्य च रात्रि-वह्नेः विना तनुत्रेण रुचिम् स भेजे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विबोधितस्य | विबोधय् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| ध्वनिना | ध्वनि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| घनानाम् | घन | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| हरेः | हरि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अपेतस्य | अपे | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| शैल | शैल | pos=n,comp=y |
| रन्ध्रात् | रन्ध्र | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| निरस्त | निरस् | pos=va,comp=y,f=part |
| धूमस्य | धूम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| रात्रि | रात्रि | pos=n,comp=y |
| वह्नेः | वह्नि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| विना | विना | pos=i |
| तनुत्रेण | तनुत्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| रुचिम् | रुचि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भेजे | भज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |