किरातार्जुनीयम् — 18.1
Original
Segmented
तत उदग्र इव द्विरदे मुनौ रणम् उपेयुषि भीम-भुज-आयुधे धनुः अपास्य स बाणधि शंकरः प्रतिजघान घनैः इव मुष्टिभिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तत | ततस् | pos=i |
| उदग्र | उदग्र | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| द्विरदे | द्विरद | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| मुनौ | मुनि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| रणम् | रण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपेयुषि | उपे | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| भीम | भीम | pos=a,comp=y |
| भुज | भुज | pos=n,comp=y |
| आयुधे | आयुध | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अपास्य | अपास् | pos=vi |
| स | स | pos=i |
| बाणधि | बाणधि | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शंकरः | शंकर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रतिजघान | प्रतिहन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| घनैः | घन | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| मुष्टिभिः | मुष्टि | pos=n,g=m,c=3,n=p |