किरातार्जुनीयम् — 18.22
Original
Segmented
शरणम् भवन्तम् अति कारुणिकम् भव भक्ति-गम् अधिगम्य जनाः जित-मृत्यवः ऽजित भवन्ति भये स सुर-असुरस्य जगतः शरणम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शरणम् | शरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| भवन्तम् | भवत् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अति | अति | pos=i |
| कारुणिकम् | कारुणिक | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| भव | भव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| भक्ति | भक्ति | pos=n,comp=y |
| गम् | गम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=krtya |
| अधिगम्य | अधिगम् | pos=vi |
| जनाः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| जित | जि | pos=va,comp=y,f=part |
| मृत्यवः | मृत्यु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऽजित | अजित | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| भये | भय | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| स | स | pos=i |
| सुर | सुर | pos=n,comp=y |
| असुरस्य | असुर | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| जगतः | जगन्त् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| शरणम् | शरण | pos=n,g=n,c=1,n=s |