किरातार्जुनीयम् — 18.36
Original
Segmented
रक्षोभिः सुर-मनुजैः दितेः सुतैः वा यल् लोकेष्व् अविकलम् आप्तम् आधिपत्यम् पाविन्याः शरण-गत-आर्ति-हारिने तन् माहात्म्यम् भव भवते नमस्क्रियायाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रक्षोभिः | रक्षस् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| सुर | सुर | pos=n,comp=y |
| मनुजैः | मनुज | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| दितेः | दिति | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| सुतैः | सुत | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वा | वा | pos=i |
| यल् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| लोकेष्व् | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| अविकलम् | अविकल | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| आप्तम् | आप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| आधिपत्यम् | आधिपत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पाविन्याः | पाविनी | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| शरण | शरण | pos=n,comp=y |
| गत | गम् | pos=va,comp=y,f=part |
| आर्ति | आर्ति | pos=n,comp=y |
| हारिने | हारिन् | pos=a,g=m,c=4,n=s |
| तन् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| माहात्म्यम् | माहात्म्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भव | भव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| भवते | भवत् | pos=a,g=m,c=4,n=s |
| नमस्क्रियायाः | नमस्क्रिया | pos=n,g=f,c=6,n=s |