किरातार्जुनीयम् — 2.7
Original
Segmented
विधुरम् किम् अतः परम् परैः अवगीताम् गमिते दशाम् इमाम् अवसीदति यत् सुरैः अपि त्वयि सम्भावय्-वृत्ति पौरुषम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विधुरम् | विधुर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अतः | अतस् | pos=i |
| परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| परैः | पर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अवगीताम् | अवगीत | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| गमिते | गमय् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| दशाम् | दशा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अवसीदति | अवसद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यत् | यत् | pos=i |
| सुरैः | सुर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| सम्भावय् | सम्भावय् | pos=va,comp=y,f=part |
| वृत्ति | वृत्ति | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पौरुषम् | पौरुष | pos=n,g=n,c=1,n=s |