किरातार्जुनीयम् — 7.23
Original
Segmented
संभिन्नाम् अविरल-पातिन् मयूखैः नीलानाम् भृशम् उपमेखलम् मणीनाम् विच्छिन्नाम् इव वनिता नभः-अन्तराले वप्र-अम्भः-स्रुतिम् अवलोकयांबभूवुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संभिन्नाम् | सम्भिद् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| अविरल | अविरल | pos=a,comp=y |
| पातिन् | पातिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| मयूखैः | मयूख | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| नीलानाम् | नील | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| उपमेखलम् | उपमेखलम् | pos=i |
| मणीनाम् | मणि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| विच्छिन्नाम् | विच्छिद् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| इव | इव | pos=i |
| वनिता | वनिता | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| नभः | नभस् | pos=n,comp=y |
| अन्तराले | अन्तराल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| वप्र | वप्र | pos=n,comp=y |
| अम्भः | अम्भस् | pos=n,comp=y |
| स्रुतिम् | स्रुति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अवलोकयांबभूवुः | अवलोकय् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |