किरातार्जुनीयम् — 9.76
Original
Segmented
कान्ता-जनम् सुरत-खेद-निमीलित-अक्षम् संवाहितुम् समुपयान् इव मन्दमन्दम् हर्म्येषु माल्य-मदिरा-परिभोग-गन्धान् आविश्चकार रजनी-परिवृत्ति-वायुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कान्ता | कान्ता | pos=n,comp=y |
| जनम् | जन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सुरत | सुरत | pos=n,comp=y |
| खेद | खेद | pos=n,comp=y |
| निमीलित | निमीलय् | pos=va,comp=y,f=part |
| अक्षम् | अक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| संवाहितुम् | संवाहय् | pos=vi |
| समुपयान् | समुपे | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| इव | इव | pos=i |
| मन्दमन्दम् | मन्दमन्दम् | pos=i |
| हर्म्येषु | हर्म्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| माल्य | माल्य | pos=n,comp=y |
| मदिरा | मदिरा | pos=n,comp=y |
| परिभोग | परिभोग | pos=n,comp=y |
| गन्धान् | गन्ध | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| आविश्चकार | आविष्कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| रजनी | रजनी | pos=n,comp=y |
| परिवृत्ति | परिवृत्ति | pos=n,comp=y |
| वायुः | वायु | pos=n,g=m,c=1,n=s |