कोकिलसंदेशः — 1.13
Original
Segmented
अध्वानम् ते हितम् उपदिशामि अ श्रमेण एव गन्तुम् स्निग्ध-छाया तरुभिः अभितस् शान्त-घर्म-प्रचारम् संस्कर्तासि ध्रुवम् उपगतः यत्र पत्त्रिन्-इन्द्र तेषाम् उद्दामानाम् अपि नव-नव-उद्यान-लीलायितानाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अध्वानम् | अध्वन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| हितम् | हित | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| उपदिशामि | उपदिश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| अ | अ | pos=i |
| श्रमेण | श्रम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| गन्तुम् | गम् | pos=vi |
| स्निग्ध | स्निग्ध | pos=a,comp=y |
| छाया | छाया | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| तरुभिः | तरु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अभितस् | अभितस् | pos=i |
| शान्त | शम् | pos=va,comp=y,f=part |
| घर्म | घर्म | pos=n,comp=y |
| प्रचारम् | प्रचार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| संस्कर्तासि | संस्कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| ध्रुवम् | ध्रुवम् | pos=i |
| उपगतः | उपगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| पत्त्रिन् | पत्त्रिन् | pos=n,comp=y |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| उद्दामानाम् | उद्दाम | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| नव | नव | pos=a,comp=y |
| नव | नव | pos=a,comp=y |
| उद्यान | उद्यान | pos=n,comp=y |
| लीलायितानाम् | लीलाय् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |