कोकिलसंदेशः — 2.11
Original
Segmented
तस्याम् लक्ष्मीरमण-निलयम् दक्षिणेन ईक्ष् मद्-कान्तायाः सदनम् अभितस् वेष्टितम् रत्न-सालैः मध्ये सौधम् कनक-घटितम् बिभ्रत् ऊढ-छद-ओघे यस्मिन् अम्भोरुह इव कन्-कर्णिका खेलति श्रीः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्याम् | तद् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| लक्ष्मीरमण | लक्ष्मीरमण | pos=n,comp=y |
| निलयम् | निलय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| दक्षिणेन | दक्षिण | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| ईक्ष् | ईक्ष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| मद् | मद् | pos=n,comp=y |
| कान्तायाः | कान्ता | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| सदनम् | सदन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अभितस् | अभितस् | pos=i |
| वेष्टितम् | वेष्टय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
| सालैः | साल | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सौधम् | सौध | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कनक | कनक | pos=n,comp=y |
| घटितम् | घटय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| बिभ्रत् | भृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| ऊढ | वह् | pos=va,comp=y,f=part |
| छद | छद | pos=n,comp=y |
| ओघे | ओघ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| यस्मिन् | यद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| अम्भोरुह | अम्भोरुह | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| कन् | कन् | pos=va,comp=y,f=part |
| कर्णिका | कर्णिका | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| खेलति | खेल् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| श्रीः | श्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |