कोकिलसंदेशः — 2.2
Original
Segmented
वक्त्र-औपम्यम् वहति विमलम् पश्य पार्श्वे सुधांशोः पश्चात् भागम् सु मुखे रमणैः इत्थम् आवेदय् हर्म्ये यस्याम् हरिण-नयन कुर्वते ऽस्मिन् कलङ्कम् दृष्ट्वा स ईर्ष्याः इव कुवलय-अधी-शोभैः अपाङ्गैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वक्त्र | वक्त्र | pos=n,comp=y |
| औपम्यम् | औपम्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वहति | वह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| विमलम् | विमल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| पार्श्वे | पार्श्व | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सुधांशोः | सुधांशु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पश्चात् | पश्चात् | pos=i |
| भागम् | भाग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| मुखे | मुख | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| रमणैः | रमण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| इत्थम् | इत्थम् | pos=i |
| आवेदय् | आवेदय् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| हर्म्ये | हर्म्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| यस्याम् | यद् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| हरिण | हरिण | pos=n,comp=y |
| नयन | नयन | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| कुर्वते | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| ऽस्मिन् | इदम् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| कलङ्कम् | कलङ्क | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| स | स | pos=i |
| ईर्ष्याः | ईर्ष्या | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| कुवलय | कुवलय | pos=n,comp=y |
| अधी | अधी | pos=va,comp=y,f=krtya |
| शोभैः | शोभ | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| अपाङ्गैः | अपाङ्ग | pos=n,g=m,c=3,n=p |