कोकिलसंदेशः — 2.56
Original
Segmented
उत्कण्ठो ऽस्मि त्वद्-उदित-धिया मूढ-हंसी-निनादे त्वद्-भूषायाम् हरिति सततम् लोचने पातयामि त्वद्-संस्पृष्टे मम च वपुषि प्रेम बध्नामि कान्ते सत्यम् प्राणान् अपि परम् अहम् त्वद्-प्रियान् धारयामि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उत्कण्ठो | उत्कण्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| उदित | उदि | pos=va,comp=y,f=part |
| धिया | धी | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| मूढ | मुह् | pos=va,comp=y,f=part |
| हंसी | हंसी | pos=n,comp=y |
| निनादे | निनाद | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| भूषायाम् | भूषा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| हरिति | हरित् | pos=a,g=f,c=7,n=s |
| सततम् | सततम् | pos=i |
| लोचने | लोचन | pos=n,g=n,c=2,n=d |
| पातयामि | पातय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| संस्पृष्टे | संस्पृश् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| वपुषि | वपुस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| प्रेम | प्रेमन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| बध्नामि | बन्ध् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| कान्ते | कान्ता | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| परम् | परम् | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| प्रियान् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| धारयामि | धारय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |