कुमारसम्भवम् — 2.12
Original
Segmented
उद्घातः प्रणवो यासाम् न्यायैस् त्रिभिः उदीरणम् कर्म यज्ञः फलम् स्वर्गस् तासाम् त्वम् प्रभवो गिराम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उद्घातः | उद्घात | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रणवो | प्रणव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यासाम् | यद् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| न्यायैस् | न्याय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| त्रिभिः | त्रि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| उदीरणम् | उदीरण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यज्ञः | यज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| स्वर्गस् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तासाम् | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| प्रभवो | प्रभव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गिराम् | गिर् | pos=n,g=f,c=6,n=p |