कुमारसम्भवम् — 2.52
Original
Segmented
गोप्तारम् सुर-सैन्यानाम् यम् पुरस्कृत्य गोत्रभित् प्रत्यानेष्यति शत्रुभ्यो बन्दीम् इव जय-श्रियम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गोप्तारम् | गोप्तृ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| सुर | सुर | pos=n,comp=y |
| सैन्यानाम् | सैन्य | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| यम् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पुरस्कृत्य | पुरस्कृ | pos=vi |
| गोत्रभित् | गोत्रभिद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रत्यानेष्यति | प्रत्यानी | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| शत्रुभ्यो | शत्रु | pos=n,g=m,c=5,n=p |
| बन्दीम् | बन्दी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| जय | जय | pos=n,comp=y |
| श्रियम् | श्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |