कुमारसम्भवम् — 3.5
Original
Segmented
अ संमतः कस् तव मुक्ति-मार्गम् पुनर्भव-क्लेश-भयात् प्रपन्नः बद्धः चिरम् तिष्ठतु सुन्दरीणाम् आरेचित-भ्रू-चतुरैः कटाक्षैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अ | अ | pos=i |
| संमतः | सम्मन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| कस् | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| मुक्ति | मुक्ति | pos=n,comp=y |
| मार्गम् | मार्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पुनर्भव | पुनर्भव | pos=n,comp=y |
| क्लेश | क्लेश | pos=n,comp=y |
| भयात् | भय | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| प्रपन्नः | प्रपद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| बद्धः | बन्ध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| चिरम् | चिरम् | pos=i |
| तिष्ठतु | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| सुन्दरीणाम् | सुन्दरी | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| आरेचित | आरेचित | pos=a,comp=y |
| भ्रू | भ्रू | pos=n,comp=y |
| चतुरैः | चतुर | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| कटाक्षैः | कटाक्ष | pos=n,g=m,c=3,n=p |