कुमारसम्भवम् — 4.18
Original
Segmented
रचितम् रति-पण्डितैः त्वया स्वयम् अङ्गेषु मे इदम् आर्तवम् ध्रियते कुसुम-प्रसाधनम् तव तच् चारु वपुः न दृश्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रचितम् | रचय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| रति | रति | pos=n,comp=y |
| पण्डितैः | पण्डित | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
| अङ्गेषु | अङ्ग | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| आर्तवम् | आर्तव | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ध्रियते | धृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कुसुम | कुसुम | pos=n,comp=y |
| प्रसाधनम् | प्रसाधन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| तच् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| चारु | चारु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| वपुः | वपुस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| दृश्यते | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |