कुमारसम्भवम् — 4.34
Original
Segmented
अमुना एव कषायित-स्तनी सुभगेन प्रिय-गात्र-भस्मना नव-पल्लव-संस्तरे यथा रचयिष्यामि तनुम् विभावसौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अमुना | अदस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| कषायित | कषायित | pos=a,comp=y |
| स्तनी | स्तन | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| सुभगेन | सुभग | pos=a,g=n,c=3,n=s |
| प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
| गात्र | गात्र | pos=n,comp=y |
| भस्मना | भस्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| नव | नव | pos=a,comp=y |
| पल्लव | पल्लव | pos=n,comp=y |
| संस्तरे | संस्तर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| रचयिष्यामि | रचय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| तनुम् | तनु | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| विभावसौ | विभावसु | pos=n,g=m,c=7,n=s |