कुमारसम्भवम् — 4.40
Original
Segmented
कुसुमायुध-पत्नि दुर्लभस् तव भर्ता न चिराद् भविष्यति शृणु येन स कर्मणा गतः शलभ-त्वम् हर-लोचन-अर्चिषि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कुसुमायुध | कुसुमायुध | pos=n,comp=y |
| पत्नि | पत्नी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| दुर्लभस् | दुर्लभ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| भर्ता | भर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| चिराद् | चिरात् | pos=i |
| भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| येन | यद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| गतः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| शलभ | शलभ | pos=n,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| हर | हर | pos=n,comp=y |
| लोचन | लोचन | pos=n,comp=y |
| अर्चिषि | अर्चिस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |