कुमारसम्भवम् — 8.21
Original
Segmented
सो ऽनुमान्य हिमवन्तम् आत्मभूः आत्मजा-विरह-दुःख-खेदितम् तत्र तत्र विजहार संपतन्न् अप्रमेय-गति ककुद्मता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽनुमान्य | अनुमानय् | pos=vi |
| हिमवन्तम् | हिमवन्त् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आत्मभूः | आत्मभू | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| आत्मजा | आत्मजा | pos=n,comp=y |
| विरह | विरह | pos=n,comp=y |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| खेदितम् | खेदय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| विजहार | विहृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| संपतन्न् | सम्पत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अप्रमेय | अप्रमेय | pos=a,comp=y |
| गति | गति | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| ककुद्मता | ककुद्मन्त् | pos=n,g=m,c=3,n=s |