महाभारतम् — 1.1.54
Original
Segmented
क्षेत्रे विचित्रवीर्यस्य कृष्णद्वैपायनः पुरा त्रीन् अग्नीन् इव कौरव्यान् जनयामास वीर्यवान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| क्षेत्रे | क्षेत्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| विचित्रवीर्यस्य | विचित्रवीर्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कृष्णद्वैपायनः | कृष्णद्वैपायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुरा | पुरा | pos=i |
| त्रीन् | त्रि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अग्नीन् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| कौरव्यान् | कौरव्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| जनयामास | जनय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| वीर्यवान् | वीर्यवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |