महाभारतम् — 1.10.2
Original
Segmented
हन्याम् सदा एव भुजगम् यम् यम् पश्येयम् इति उत ततो ऽहम् त्वाम् जिघांसामि जीवितेन विमोक्ष्यसे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हन्याम् | हन् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
| सदा | सदा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| भुजगम् | भुजग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यम् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यम् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पश्येयम् | पश् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
| इति | इति | pos=i |
| उत | उत | pos=i |
| ततो | ततस् | pos=i |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| जिघांसामि | जिघांस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| जीवितेन | जीवित | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| विमोक्ष्यसे | विमुच् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |