महाभारतम् — 1.101.18
Original
Segmented
यन् मया अपकृतम् मोहाद् अज्ञानाद् ऋषि-सत्तम प्रसादये त्वाम् तत्र अहम् न मे त्वम् क्रोद्धुम् अर्हसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यन् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| अपकृतम् | अपकृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मोहाद् | मोह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| अज्ञानाद् | अज्ञान | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| ऋषि | ऋषि | pos=n,comp=y |
| सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| प्रसादये | प्रसादय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| क्रोद्धुम् | क्रुध् | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |