महाभारतम् — 1.109.18
Original
Segmented
मृग उवाच न अहम् घ्नन्तम् मृगान् राजन् विगर्हे आत्म-कारणात् मैथुनम् तु प्रतीक्ष्यम् मे स्यात् त्वया इह आनृशंसात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मृग | मृग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| न | न | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| घ्नन्तम् | हन् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| मृगान् | मृग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| विगर्हे | विगर्ह् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
| कारणात् | कारण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| मैथुनम् | मैथुन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| प्रतीक्ष्यम् | प्रतीक्ष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| आनृशंसात् | आनृशंस | pos=n,g=n,c=5,n=s |