महाभारतम् — 1.110.6
Original
Segmented
मोक्षम् एव व्यवस्यामि बन्धो हि व्यसनम् महत् सुवृत्तिम् अनुवर्तिष्ये ताम् अहम् पितुः अव्ययाम् अतीव तपसा आत्मानम् योजयिष्यामि असंशयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मोक्षम् | मोक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| व्यवस्यामि | व्यवसा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| बन्धो | बन्धु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| व्यसनम् | व्यसन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| सुवृत्तिम् | सुवृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अनुवर्तिष्ये | अनुवृत् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| पितुः | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अव्ययाम् | अव्यय | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| अतीव | अतीव | pos=i |
| तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| योजयिष्यामि | योजय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| असंशयम् | असंशयम् | pos=i |