महाभारतम् — 1.111.14
Original
Segmented
यज्ञैः च देवान् प्रीणाति स्वाध्याय-तपसा मुनीन् पुत्रैः श्राद्धैः पितॄन् च अपि आनृशंस्येन मानवान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यज्ञैः | यज्ञ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| देवान् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्रीणाति | प्री | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| स्वाध्याय | स्वाध्याय | pos=n,comp=y |
| तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| मुनीन् | मुनि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| पुत्रैः | पुत्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| श्राद्धैः | श्राद्ध | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| पितॄन् | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| आनृशंस्येन | आनृशंस्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| मानवान् | मानव | pos=n,g=m,c=2,n=p |