महाभारतम् — 1.111.20
Original
Segmented
तस्मिन् दृष्टे फले तात प्रयत्नम् कर्तुम् अर्हसि अपत्यम् गुण-सम्पन्नम् लब्ध्वा प्रीतिम् अवाप्स्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्मिन् | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| दृष्टे | दृश् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| फले | फल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| प्रयत्नम् | प्रयत्न | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कर्तुम् | कृ | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| अपत्यम् | अपत्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गुण | गुण | pos=n,comp=y |
| सम्पन्नम् | सम्पद् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| लब्ध्वा | लभ् | pos=vi |
| प्रीतिम् | प्रीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अवाप्स्यसि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |