महाभारतम् — 1.113.39
Original
Segmented
पाण्डुः उवाच अद्य एव त्वम् वर-आरोहे प्रयतस्व यथाविधि धर्मम् आवाहय शुभे स हि देवेषु पुण्य-भाज्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पाण्डुः | पाण्डु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| वर | वर | pos=a,comp=y |
| आरोहे | आरोह | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| प्रयतस्व | प्रयत् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| यथाविधि | यथाविधि | pos=i |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आवाहय | आवाहय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| शुभे | शुभ | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| देवेषु | देव | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| पुण्य | पुण्य | pos=a,comp=y |
| भाज् | भाज् | pos=a,g=m,c=1,n=s |