महाभारतम् — 1.115.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच कुन्ती-पुत्रेषु जातेषु धृतराष्ट्र-आत्मजेषु च मद्र-राज-सुता पाण्डुम् रहो वचनम् अब्रवीत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कुन्ती | कुन्ती | pos=n,comp=y |
| पुत्रेषु | पुत्र | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| जातेषु | जन् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
| धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,comp=y |
| आत्मजेषु | आत्मज | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| मद्र | मद्र | pos=n,comp=y |
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| सुता | सुता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| पाण्डुम् | पाण्डु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| रहो | रहस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |