महाभारतम् — 1.115.2
Original
Segmented
न मे ऽस्ति त्वयि संतापो विगुणे ऽपि परंतप न अवर-त्वे वर-अर्हायाः स्थित्वा च अनघ नित्यदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ऽस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| संतापो | संताप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विगुणे | विगुण | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| परंतप | परंतप | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| अवर | अवर | pos=a,comp=y |
| त्वे | त्व | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| वर | वर | pos=a,comp=y |
| अर्हायाः | अर्ह | pos=a,g=f,c=6,n=s |
| स्थित्वा | स्था | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| अनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| नित्यदा | नित्यदा | pos=i |