महाभारतम् — 1.117.9
Original
Segmented
तम् चारण-सहस्रानाम् मुनीनाम् आगमम् तदा श्रुत्वा नागपुरे नॄणाम् विस्मयः समजायत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| चारण | चारण | pos=n,comp=y |
| सहस्रानाम् | सहस्र | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| मुनीनाम् | मुनि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| आगमम् | आगम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| नागपुरे | नागपुर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| नॄणाम् | नृ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| विस्मयः | विस्मय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| समजायत | संजन् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |