महाभारतम् — 1.12.4
Original
Segmented
सूत उवाच रुरुः च अपि वनम् सर्वम् पर्यधावत् समन्ततः तम् ऋषिम् द्रष्टुम् अन्विच्छन् संश्रान्तो न्यपतद् भुवि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सूत | सूत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| रुरुः | रुरु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पर्यधावत् | परिधाव् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| समन्ततः | समन्ततः | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ऋषिम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| द्रष्टुम् | दृश् | pos=vi |
| अन्विच्छन् | अन्विष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| संश्रान्तो | संश्रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| न्यपतद् | निपत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| भुवि | भू | pos=n,g=f,c=7,n=s |