महाभारतम् — 1.122.35
Original
Segmented
अकृता इयम् तव प्रज्ञा ब्रह्मन् न अतिसमञ्जसा यद् आत्थ माम् त्वम् प्रसभम् सखा ते ऽहम् इति द्विज
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अकृता | अकृत | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| प्रज्ञा | प्रज्ञा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| अतिसमञ्जसा | अतिसमञ्जस | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आत्थ | अह् | pos=v,p=2,n=s,l=lit |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| प्रसभम् | प्रसभम् | pos=i |
| सखा | सखि | pos=n,g=,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| द्विज | द्विज | pos=n,g=m,c=8,n=s |