महाभारतम् — 1.122.6
Original
Segmented
मा एवम् जीर्णम् उपासिष्ठाः सख्यम् नवम् उपाकुरु आसीत् सख्यम् द्विजश्रेष्ठ त्वया मे अर्थ-निबन्धनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मा | मा | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| जीर्णम् | जृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| उपासिष्ठाः | उपास् | pos=v,p=2,n=s,l=lun |
| सख्यम् | सख्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| नवम् | नव | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| उपाकुरु | उपाकृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| सख्यम् | सख्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| द्विजश्रेष्ठ | द्विजश्रेष्ठ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| निबन्धनम् | निबन्धन | pos=n,g=n,c=1,n=s |