महाभारतम् — 1.126.24
Original
Segmented
ततः स्नेहात् हरि-हयम् दृष्ट्वा रङ्ग-अवलोकिनम् भास्करो अपि अनयत् नाशम् समीप-उपगतान् घनान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततः | ततस् | pos=i |
| स्नेहात् | स्नेह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| हरि | हरि | pos=n,comp=y |
| हयम् | हय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| रङ्ग | रङ्ग | pos=n,comp=y |
| अवलोकिनम् | अवलोकिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| भास्करो | भास्कर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| अनयत् | नी | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| नाशम् | नाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समीप | समीप | pos=n,comp=y |
| उपगतान् | उपगम् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| घनान् | घन | pos=n,g=m,c=2,n=p |