महाभारतम् — 1.128.2
Original
Segmented
पाञ्चाल-राजम् द्रुपदम् गृहीत्वा रण-मूर्ध्नि पर्यानयत भद्रम् वः सा स्यात् परम-दक्षिणा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पाञ्चाल | पाञ्चाल | pos=n,comp=y |
| राजम् | राज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| द्रुपदम् | द्रुपद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
| रण | रण | pos=n,comp=y |
| मूर्ध्नि | मूर्धन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| पर्यानयत | पर्याणी | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
| भद्रम् | भद्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| वः | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| दक्षिणा | दक्षिणा | pos=n,g=f,c=1,n=s |