महाभारतम् — 1.128.7
Original
Segmented
प्रमृद्य तरसा राष्ट्रम् पुरम् ते मृदितम् मया प्राप्य जीवन् रिपु-वशम् सखिपूर्वम् किम् इष्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रमृद्य | प्रमृद् | pos=vi |
| तरसा | तरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| राष्ट्रम् | राष्ट्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पुरम् | पुर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| मृदितम् | मृद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| जीवन् | जीव् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| रिपु | रिपु | pos=n,comp=y |
| वशम् | वश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सखिपूर्वम् | सखिपूर्व | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इष्यते | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |