महाभारतम् — 1.130.10
Original
Segmented
स भवान् पाण्डवान् आशु विवासयितुम् अर्हति मृदुना एव अभ्युपायेन नगरम् वारणावतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| आशु | आशु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| विवासयितुम् | विवासय् | pos=vi |
| अर्हति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मृदुना | मृदु | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अभ्युपायेन | अभ्युपाय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| नगरम् | नगर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वारणावतम् | वारणावत | pos=n,g=n,c=2,n=s |