महाभारतम् — 1.136.12
Original
Segmented
अहो धिग् धृतराष्ट्रस्य न अतिसमञ्जसा यः शुचीन् पाण्डवान् बालान् दाहयामास मन्त्रिणा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अहो | अहो | pos=i |
| धिग् | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धृतराष्ट्रस्य | बुद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अतिसमञ्जसा | अतिसमञ्जस | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शुचीन् | शुचि | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| बालान् | बाल | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| दाहयामास | दाहय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| मन्त्रिणा | मन्त्रिन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |